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Monday, December 21, 2015

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From: Madan Gopal Garga <mggarga2013@gmail.com>
Date: 2015-11-26 9:44 GMT+05:30
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To: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>


पेट के रोग और इलाज

पेट के रोग कई सारे और रोगों का कारण बन सकते हैं। क्या होते हैं पेट के रोगों के कारण और क्या है इनका इलाज? कुछ सरल उपाय जिन्हेंअपना कर हम स्वस्थ हो सकते हैं

पेट के कुछ आम रोग हैं एसिडिटी, जी मिचलाना और अल्सर। जानते हैं इनके कारणों, लक्षण, ईलाज और बचने के उपायों के बारे में। साथ ही यह भी जानते हैं कि कैसे  योग अपना कर और अपनी भावनाओं में बदलाव लाकर हम इन रोगों से बच सकते हैं…

एसिडिटी

हमारे पेट में बनने वाला एसिड या अम्ल उस भोजन को पचाने का काम करता है, जो हम खाते हैं, लेकिन कई बार पचाने के लिए पेट में पर्याप्त भोजन ही नहीं होता या फिर एसिड ही आवश्यक मात्रा से ज्यादा बन जाता है। ऐसे में एसिडिटी या अम्लता की समस्या हो जाती है। इसे आमतौर पर दिल की चुभन या हार्टबर्न भी कहा जाता है। वसायुक्त और मसालेदार भोजन का सेवन आमतौर पर एसिडिटी की प्रमुख वजह है। इस तरह का भोजन पचाने में मुश्किल होता है और एसिड पैदा करने वाली कोशिकाओं को आवश्यकता से अधिक एसिड बनाने के लिए उत्तेजित करता है।

एसिडिटी के आम कारण 

• लगातार बाहर का भोजन करना।
• भोजन करना भूल जाना।
• अनियमित तरीके से भोजन करना।
• मसालेदार खाने का ज्यादा सेवन करना।
• विशेषज्ञों का मानना है कि तनाव भी एसिडिटी का एक कारण है।
• काम का अत्यधिक दबाव या पारिवारिक तनाव लंबे समय तक बना रहे तो शारीरिक तंत्र प्रतिकूल तरीके से काम करने लगता है और पेट में एसिड की मात्रा आवश्यकता से अधिक बनने लगती है।

एसिडिटी से बचने के लिए क्या करें

• पानी: सुबह उठने के फौरन बाद पानी पिएं। रात भर में पेट में बने आवश्यकता से अधिक एसिड और दूसरी गैर जरूरी और हानिकारक चीजों को इस पानी के जरिए शरीर से बाहर निकाला जा सकता है।
• फल: केला, तरबूज, पपीता और खीरा को रोजाना के भोजन में शामिल करें। तरबूज का रस भी एसिडिटी के इलाज में बड़ा कारगर है।
• नारियल पानी: अगर किसी को एसिडिटी की शिकायत है, तो नारियल पानी पीने से काफी आराम मिलता है। अदरक: खाने में अदरक का प्रयोग करने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और इससे जलन को रोका जा सकता है।
• दूध: भोजन के अम्लीय प्रभाव को दूध पूरी तरह निष्प्रभावी कर देता है और शरीर को आराम देता है। एसिडिटी के इलाज के तौर पर दूध लेने से पहले डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए, क्योंकि कुछ लोगों में दूध एसिडिटी को बढ़ा भी सकता है।
• सब्जियां: बींस, सेम, कद्दू, बंदगोभी और गाजर का सेवन करने से एसिडिटी रोकने में मदद मिलती है। लौंग: एक लौंग अगर कुछ देर के लिए मुंह में रख ली जाए तो इससे एसिडिटी में राहत मिलती है। लौंग का रस मुंह की लार के साथ मिलकर जब पेट में पहुंचता है, तो इससे काफी आराम मिलता है।
• कार्बोहाइडे्रट: कार्बोहाइडे्रट से भरपूर भोजन जैसे चावल एसिडिटी रोकने में मददगार है, क्योंकि ऐसे भोजन की वजह से पेट में एसिड की कम मात्रा बनती है।
• समय से भोजन: रात का भोजन सोने से दो से तीन घंटे पहले अवश्य कर लेना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि भोजन पूरी तरह से पच गया है। इससे आपका स्वास्थ्य बेहतर होगा।
• व्यायाम: नियमित व्यायाम और ध्यान की क्रियाएं पेट, पाचन तंत्र और तंत्रिका तंत्र का संतुलन बनाए रखती हैं।

एसिडिटी दूर रखने के लिए किन चीज़ों से बचें

• तला भुना, वसायुक्त भोजन, अत्यधिक चॉकलेट और जंक पदार्थों से परहेज करें।
• शरीर का वजन नियंत्रण में रखने से एसिडिटी की समस्या कम होती है।
• ज्यादा धूम्रपान और किसी भी तरह की मदिरा का सेवन एसिडिटी बढ़ाता है, इसलिए इनसे परहेज करें।
• सोडा आधारित शीतल पेय व कैफीन आदि का सेवन न करें। इसकी बजाय हर्बल टी का प्रयोग करना बेहतर है।   घर का बना खाना ही खाएं। जितना हो सके, बाहर के खाने से बचें।
• दो बार के खाने में ज्यादा अंतराल रखने से भी एसिडिटी हो सकती है।
• कम मात्रा में थोड़े-थोड़े समय अंतराल पर खाना खाते रहें।
• अचार, मसालेदार चटनी और सिरके का प्रयोग भी न करें।
• इलाज शरीर के अंदर उत्सर्जित हुई एसिड की ज्यादा मात्रा को निष्प्रभावी करके एंटासिड एसिडिटी के लक्षणों में तुरंत राहत प्रदान करते हैं। कुछ अन्य दवाएं हिस्टैमिन अभिग्राहकों को रोक देती हैं, जिससे पेट कम एसिड बनाता है।

जी मिचलाना और उल्टी

जी मिचलाना और उल्टी आना अपने आप में कोई रोग नहीं हैं, बल्कि ये शरीर में मौजूद किसी रोग के लक्षण हैं। जी मिचलाने में ऐसा अहसास होता है कि पेट अपने आपको खाली कर देना चाहता है, जबकि उल्टी करना पेट को खाली होने के लिए बाध्य करने का काम है। शरीर में मौजूद उस बीमारी का पता लगाना और इलाज करना आवश्यक है, जिसकी वजह से उल्टी आना या जी मिचलाना जैसे लक्षण उभर रहे हैं। मरीज को आराम पहुंचाने के साथ-साथ पानी की कमी (खासकर बुजुर्गों और बच्चों में) को रोकने के लिए भी उल्टी और जी मिचलाने के लक्षणों को नियंत्रित करना बेहद महत्वपूर्ण है।

जी मिचलाना और उल्टी के कारण 

• लंबी यात्रा में पैदल चलना।
• गर्भावस्था की प्रारंभिक अवस्था।
• गर्भावस्था के 50 से 90 प्रतिशत मामलों में जी मिचलाना आम बात है।
• 25 से 55 प्रतिशत मामलों में उल्टी आने के लक्षण भी हो सकते हैं।
• दवाओं की वजह से होने वाली उल्टी।
• तेज दर्द।
• भावनात्मक तनाव या डर।
• पेट खराब होना।
• संक्रामक रोग जैसे पेट का फ्लू।
• आवश्यकता से ज्यादा खा लेना।
• खास तरह की गंध को बर्दाश्त न कर पाना।
• दिल का दौरा पडऩा।
• दिमाग में लगी चोट।
• ब्रेन ट्यूमर।
• अल्सर।
• कुछ तरह का कैंसर।
• पेट में संक्रमण की वजह से होने वाला तीव्र जठर शोथ।
• अल्कोहल और धूम्रपान जैसी पेट को तकलीफ देने वाली चीजें।
• कुछ ऐसे मामले जिनमें मस्तिष्क से आने वाले संकेतों की वजह से उल्टी आती है।
• कुछ दवाएं और इलाज।
• मल त्याग में अवरोध।
• आमतौर पर उल्टी आने का कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन यह किसी गंभीर बीमारी का लक्षण अवश्य हो सकती है। इसके अलावा, इसकी वजह से होने वाली पानी की कमी चिंता का विषय है। पानी की कमी होने का खतरा बच्चों में सबसे ज्यादा होता है।

उल्टी में डॉक्टर की सलाह

• उल्टी के साथ अगर नीचे दिए लक्षणों में से कोई भी होता है तो आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
• उल्टी के साथ खून आ रहा है। यह खून देखने में तेज लाल या कॉफी के रंग का हो सकता है।
• तेज सिरदर्द या गर्दन की जकडऩ।
• आलस, व्याकुलता या सतर्कता में कमी।
• पेट में तेज दर्द।
• 101 डिग्री फॉरेनहाइट से ज्यादा बुखार।
• डायरिया या दस्त।
• सांस या नब्ज का तेज चलना।

पेप्टिक अल्सर

पेट या छोटी आंत की परत में होने वाले घाव को पेप्टिक अल्सर कहते हैं।

अल्सर के कारण  

• पेट में हेलिकोबेक्टर पायलोरी नामक बैक्टिरिया की वजह से होने वाला संक्रमण।
• डिस्प्रिन, ऐस्प्रिन, ब्रूफेन जैसी दर्दनाशक दवाएं।
• तमाम तरह के अन्य और अज्ञात कारण।
• तनाव और मसालेदार खाने से अल्सर नहीं होता, लेकिन अगर अल्सर पहले से है तो इनसे वह और ज्यादा बिगड़ सकता है।
• धुम्रपान।
• मल के साथ खून आना या मल देर से होना।
• सीने में दर्द।
• थकान।
• उल्टी, हो सकता है कि उल्टी के साथ खून भी आए।
• वजन में कमी।

अल्सर के लक्षण  

• पेप्टिक अल्सर का सबसे प्रमुख लक्षण पेट में होने वाला दर्द है जो हल्का, तेज या अत्यधिक तेज हो सकता है।   अपच और खाने के बाद पेट में होने वाला दर्द।
• भरा पेट होने जैसा अहसास।
• भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ न ले पाना।
• जल्दी जल्दी भूख लगना और पेट खाली होने जैसा अहसास।
• खाना खाने के एक से तीन घंटे बाद ही ऐसा लगने लगता है।
• हल्का जी मिचलाना।

अल्सर के इलाज

• अल्सर के इलाज में एंटिबायोटिक दवाओं के साथ में पेट के एसिड को दबाने वाली दवाएं दी जाती हैं, जिनसे एच पायलोरी को नष्ट किया जा सके। जटिलताएं अल्सर की जटिलताओं में शामिल हैं खून आना, छिद्रण और पेट में अवरोध। अगर नीचे दिए गए लक्षण हैं तो फौरन डॉक्टरी मदद लें।
• पेट में अचानक तेज दर्द।
• पेट का कठोर हो जाना, जो छूने पर मुलायम लगता है।
• बेहोशी आना, ज्यादा पसीना आना या व्याकुलता।
• खून की उल्टी होना या मल के साथ खून आना।
• अगर खून काला या कत्थई है तो चिंता की बात ज्यादा है।
• राहत खानपान और जीवनशैली में बदलाव करके इसमें राहत मिलती है।

अल्सर से बचाव के कुछ तरीके:  

• रेशेदार भोजन करें, खासकर फल और सब्जियां। इससे अल्सर होने का खतरा कम होता है। अगर पहले से अल्सर है तो उसके अच्छा होने में इन चीजों से मदद मिलेगी।
• फ्लेवॉनॉइड युक्त चीजें जैसे सेब, अजवायन, करौंदा और उसका रस, प्याज, लहसुन और चाय एच पायलोरी की बढ़ोतरी को रोकते हैं।
• कुछ लोगों में मसालेदार खाना खाने से अल्सर के लक्षण और बिगड़ सकते हैं।
• धूम्रपान और अल्कोहल का सेवन बंद कर दें।
• कैफीन रहित समेत सभी तरह की कॉफी कम पिएं। सोडायुक्त पेय भी कम लें। ये सभी चीजें पेट में एसिड की मात्रा को बढ़ा सकती हैं।
• योग या ध्यान क्रियाओं के जरिए खुद को विश्राम देने की कोशिश करें और तनाव कम करें। ये क्रियाएं दर्द कम करने और दर्दनाशक दवाओं की आवश्यकता को कम करने में मददगार हैं। ध्यान रखें दिल का दौरा भी अल्सर के दर्द या अपच जैसे लक्षण दे सकता है। जबड़ों के बीच के क्षेत्र में और नाभि के क्षेत्र में किसी भी तरह की दिक्कत या दर्द हो या सांस लेने में परेशानी हो तो अपने डॉक्टर से सलाह करें। बिना डॉक्टर की सलाह के अपने आप ही मेडिकल स्टोर से एंटासिड न खरीदें।

योग मदद कर सकता है
सदगुरु कहते हैं एक कहावत है, इंसान साइकोसोम या मनोकाय होता है। कई रोग मनोदैहिक होते हैं। अगर दिमाग में कोई तनाव है, तो पेट में एसिडिटी होगी। दिमाग में तनाव है तो दमा हो सकता है। उसी तनाव की वजह से अलग अलग लोगों को अलग अलग तरह के रोग होते हैं। तनाव की वजह से कौन सा रोग होगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि उस इंसान के अंदर कौन सी चीज जन्म से ही कमजोर है। शरीर और मस्तिष्क दो अलग अलग चीजें नहीं हैं। मस्तिष्क शरीर का सूक्ष्म पहलू है। आमतौर पर जब योग की बात आती है, तो हमारा ज्यादातर काम प्राणमय कोश के स्तर पर ही होता है, क्योंकि अगर हम प्राणमय कोश या ऊर्जा शरीर को पूरी तरह से सक्रिय और संतुलित कर देंगे तो अन्नमय कोश और मनोमय कोश अपने आप ही सही तरीके से संतुलित और स्वस्थ हो जाएंगे।

प्रश्न: आजकल तमाम मैनेजर और इग्जेक्युटिव वर्ग के लोग अल्सर से क्यों पीडि़त हैं ?

सद्‌गुरु: एक अनुमान के मुताबिक, भारत के 35 साल से ज्यादा उम्र के इग्जेक्युटिव में से 70 प्रतिशत लोग अल्सर से पीडि़त हैं। यह सामान्य है। अगर आप इग्जेक्युटिव हैं तो आपकी एक जरूरी योग्यता यह होती है कि आपको अल्सर हो, क्योंकि आप हमेशा यह देख रहे हैं कि किसी से चालाकी से काम कैसे निकाला जाता है। अगर आप कोई चीज बेचना चाहते हैं तो उसमें चालाकी की आवश्यकता नहीं है। बेचने की प्रक्रिया को शोषण का एक रूप बनाना आवश्यक नहीं है। चालाकी की आवश्यकता ही नहीं है, जब कोई शख्स किसी का ध्यान रखता है तो सब काम अपने आप ही होने लगते हैं। मान लीजिए, एक दुकान है। आप उस दुकान पर कुछ लेने जाते हैं। अगर आपको लगता है कि दुकानदार वाकई यह चाहता है कि आपको सबसे अच्छी चीज मिले, तो आप अगली बार भी उसी दुकान पर जाना चाहेंगे या आप किसी ऐसी दुकान पर जाएंगे, जहां ग्राहकों को मक्कारी भरी बातों में फंसाकर किसी भी तरह से सामान बेच दिया जाता है? आप कहां जाना पसंद करेंगे? जहां दुकानदार आपकी परवाह करता है। अगर आप बिक्री को अपने रोजगार या करियर के तौर पर न देखकर आसपास के लोगों के प्रति अपने प्रेम को जाहिर करने के तरीके के तौर पर देखते हैं, तो बिक्री का काम करते हुए भी आपको अल्सर और रक्तचाप की समस्या नहीं होगी।

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Health Benefits of Dates

The benefits of dates include relief from constipation, intestinal disorders, heart problems, anemia, sexual dysfunction, diarrhea, abdominal cancer, and many other conditions. Dates are good for gaining weight also.

Dates are rich in several vitamins, minerals and fiber too. These delicious fruits contain oil, calcium, sulfur, iron, potassium, phosphorous, manganese, copper and magnesium which are all beneficial for health. Some health specialists have said that eating one day per day is necessary for a balanced and healthy diet.

The massive health benefits of dates have made them one of the best ingredients for muscle development. People consume dates in several ways, such as mixing the paste of the dates with milk, yogurt or with bread or butter to make them even more delicious. The paste is beneficial for both adults and children, especially during a time of recovery from injury or illness.

According to a modern medical survey, it is now accepted that dates are useful in preventing abdominal cancer. Many Muslims break their fast by eating dates and water according to their cultural traditions. Breaking fast by eating dates helps avoid overeating of food after the fast is finished.

When the body begins to absorb the high nutritional value of the dates, feelings of hunger are pacified. Also, the nervous system can get a lot of help from consuming dates, since they have such significant amounts of potassium.

Dates are one of the very best sweet and versatile foods that can regulate the digestive process. It can significantly boost energy levels in people within half an hour of consuming it. The American Cancer Society recommends an intake of 20-35 grams of dietary fiber per day, which can be supplied through dates. It is also said that taking one date per a day will help you to maintain your eye health all your life. They are commonly known to be quite effective in guarding against the problem of night blindness.

Nutritional Value of Dates

Dates are a good source of various vitamins and minerals. Its a good source of energy, sugar and fiber. Essential minerals such as calcium, iron, phosphorus, sodium, potassium, magnesium and zinc are found in dates. It also contains vitamins such as thiamin, riboflavin, niacin, folate, vitamin A and vitamin K.

Health Benefits of Dates

Constipation:

Dates are often categorized as a laxative food. This is why dates are so frequently eaten by people suffering from constipation. In order to achieve the desired laxative effect of dates, you should soak them in water over night. Then, eat the soaked dates in the morning like syrup to get the most optimal results. Dates have high levels of soluble fiber, which is essential in promoting healthy bowel movements and the comfortable passage of food through the intestinal tract, which can relieve symptoms of constipation.

Bone Health and Strength:

The significant amounts of minerals found in dates make it a super food for strengthening bones and fighting off painful and debilitating diseases like osteoporosis. Dates contain selenium, manganese, copper, and magnesium, all of which are integral to healthy bone development and strength, particularly as people begin to age and their bones gradually weaken. So, eat your dates and give a boost to your bones!

Intestinal Disorders:

The nicotine content in dates is thought to be beneficial for curing many kinds of intestinal disorders. Continuous intake of dates helps to inhibit growth of the pathological organisms and thus, they help stimulate the growth of friendly bacteria in the intestines. In terms of digestive issues, dates contain those insoluble and soluble fibers, as well as many beneficial amino acids which can stimulate the digestion of food and make it more efficient, meaning that more nutrients will be absorbed by the digestive tract and enter your body for proper usage.

Anemia:

Dates have a high mineral content, which is beneficial for many different health conditions, but their impressive levels of iron make them a perfect dietary supplement for people suffering from anemia. The high level of iron balances out the inherent lack of iron in anemic patients, increasing energy and strength, while decreasing feelings of fatigue and sluggishness.

Allergies:

One of the most interesting facets of dates is the presence of organic sulfur in them. This is not a very common element to find in foods, but it does have a worthwhile amount of health benefits, including the reduction of allergic reactions and seasonal allergies. According to a study done in 2002, organic sulfur compounds can have a positive impact on the amount of suffering people experience from SAR (Seasonal Allergic Rhinitis), which affects approximately 23 million people in the United States alone. Dates are a great way to somewhat stem the effects of those seasonal allergies through its contributions of sulfur to the diet.

Weight Gain:

Dates should be included as a part of a healthy diet. They consist of sugar, proteins and many essential vitamins. If dates are consumed with cucumber paste, you can also keep your weight at a normal, balanced level, rather than over-slimming. One kilogram of dates contains almost 3,000 calories, and the calories in dates are sufficient to meet the daily requirements for a human body. Of course, you should not eat just dates throughout the day. If you are thin and slim and want to increase your weight, or if you are trying to build your muscles, or you have become weak due to a serious medical problem – you need to eat dates!

Energy Booster:

Dates are high in natural sugars like glucose, fructose, and sucrose. Therefore, they are the perfect snack for an immediate burst of energy. Many people around the world use dates for a quick afternoon snack when they are feeling lethargic or sluggish.

Nervous System Health:

The vitamins present in dates make it an ideal boost to nervous system health and functionality. Potassium is one of the prime ingredients in promoting a healthy and responsive nervous system, and it also improves the speed and alertness of brain activity. Therefore, dates are a wonderful food source for people as they begin to age and their nervous system becomes sluggish or unsupported, as well as for people who want to keep their mind sharp.

Healthy Heart:

Dates are quite helpful in keeping your heart healthy. When they are soaked for the night, crushed in the morning and then consumed, they have been shown to have a positive effect on weak hearts. Dates are also a rich source of potassium, which studies have shown to reduce the risk of stroke and other heart related diseases. Furthermore, they are suggested as a healthy and delicious way to reduce the levels of LDL cholesterol in the body, which is a major contributing factor heart attacks, heart disease, and stroke. Therefore, when taken twice a week, dates can seriously improve the overall health of the heart.

Night Blindness:

The benefits of dates are extensive, and are commonly employed to fight off various conditions affecting the ear, nose, and throat. When the leaves of the date palm are ground into a paste and rubbed on and around the eyes, or when dates are ingested orally, it has been shown to reduce the frequency of night blindness, and this solution is commonly used in rural areas where dates grow as an alternative medicine.

Intoxication:

Dates are commonly used as a remedy for alcoholic intoxication. Dates provide quick relief and have a sobering effect in case you feel as though have consumed an uncomfortable amount of alcohol. They can also be used the following morning to prevent severe hangovers. Again, they should be rubbed and soaked overnight for the best results.

Diarrhea:

Ripe dates contain potassium, which is known as an effective way of controlling diarrhea. They are also easy to digest, which further helps alleviate the unpredictable nature of chronic diarrhea. The soluble fiber in dates can also help relieve diarrhea, by providing bulk to the bowel movements and promoting normal, healthy functioning of the excretory system.

Abdominal Cancer:

Research has pointed towards dates being a legitimate way to reduce the risk and impact of abdominal cancer. They work as a useful tonic for all age groups, and in some cases, they work better than traditional medicines, and are natural, so they don't have any negative side effects on the human body. They can be quickly and easily digested for a quick boost of energy.

Although dates carry tremendous nutritional values, great care should be taken in their selection because their surface is very sticky, which often attracts various impurities. Therefore, you should only consume dates that are processed and packaged properly. Also, make sure to wash them thoroughly before you eat them, as this will help remove the impurities present on the surface.

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