welcome tohealthybestrong,blog

you are welcome to healthybestrong,blog

please visit upto end of this blog.

adsense code

google blog Search

Saturday, November 14, 2009

दोहे-१

१ * प्रीति वही सराहिए ,मिले रंग होत दून !
जो हर्दी जर्दी तजे ,तजे सफेदी चून !!


२ * कोन हो तुम बसंत के दूत ,
विरस पतझड में अति सुकुमार !
घन तिमिर में चपला सी रेख ,
तपन में शीतल मंद बयार !


३ *कोई पत्ता भी टूटे तो दर्द मुझको हे नसीब !
सारे जहां का दर्द हमारे दिल में हे !!


४ *बदऊ संत चित हित अनहित न कोउ!
अंजुलिगत सुमन जेहिं सुगन्ध कर दोउ!!


५ *फागुन आता हे फूलों का त्योहार लिए ,
सावन आता हे मेघों का मल्हार लिए ,
दूहन ऐसा है संतों का जगहित जीवन ,
जब भी आता है खुशियों का उपहार लिए !!


६ *श्वास श्वास पर हरि भजो वृथा श्वास मत खोय !
न जाने या श्वास कोआवन होय न होय !!


७ *चलती चाकी देख कर दिया कबीरा रोए!
दो पाटन के बीच में बाकी बचा न कोए!!


८ *सबरी देख राम घर आए !
सुनि के बचन समुझि जिय भाए !!


९ *अजमाउंगा जमाने को अपने ही विकष में !
अगर खरा निकला तो मागूंगा खुदा बरकरार हे !
ए जमाने हम तुझ से नहीं ,हमसे तेरी पहचान हे 1
तुझे क्या पता?खुदा के भी हम महमान हें !

No comments:

Post a Comment