- 82*चलो प्रभू की नगरिया दुनिया से नाता तोड्के !
पेट पकड्कर मैया रोए , बांह पकडकर भैया!
पैर पकड कर छोडत नाहीं , रो-रोकर कह रही तिरया !
कहाँ जाते हो अकेले सइया ,धोली चुनरिया ओढके !
चलो प्रभू की नगरिया दुनिया से नाता तोड्के !
83*डूबतों को बचा लेने वाले , मेरी नैया हे तेरे हवाले !
नैया पडी मंझदार ,गुरु बिन कैसे लागे पार !
84*इक तेरी दया का दान मिले ,ऐक तेरा सहारा मिल जाए !
भवसागर में बहती मेरी नैया को , किनारा मिल जाए 1
85*मेरा नाथ तू हे ,मेरा नाथ तू हे !
नहीं में अकेला , मेरे साथ तू हे !
मेरा राम तू हे ,मेरा श्याम तू हे !
मेरी जिन्दगी की ,सुबह-शाम तू हे !
86*हे नाथ अब तो ऐसी कृपा हो ,
जीवन निरर्थक जाने न पाए !
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Saturday, November 21, 2009
दोहे-१०
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